देहरादून - मसूरी राजमार्ग पर शिव मंदिर के पास क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर लोनिवि ने रिकॉर्ड समय में बेली ब्रिज तैयार कर दिया है। मंगलवार देर रात से ब्रिज बनाने का कार्य शुरू किया गया था, जबकि बुधवार देर रात तक इसे तैयार कर दिया गया। अब मसूरी राजमार्ग पर छोटे वाहनों का चलन शुरू कर दिया गया है।
लोनिवि प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार ने बताया कि मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई भारी वर्षा के कारण शिव मंदिर के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके साथ ही पानीवाला बैंड से आगे और अन्य स्थानों पर भी राजमार्ग क्षतिग्रस्त हुआ था।
शिव मंदिर के पास बेली ब्रिज के लिए ऋषिकेश स्थित विभाग के भंडार से सामग्री मंगाई गई। मंगलवार देर शाम से ब्रिज बनाने का कार्य शुरू कर दिया गया था।
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बुधवार शाम को जिलाधिकारी सविन बंसल भी मसूरी रोड पर पहुंचे और ब्रिज बनाने के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मसूरी मार्ग यातायात के लिहाज से बेहद अहम है।
इसलिए, बेली ब्रिज को खड़ा करने का काम युद्धस्तर पर किया जाए। उम्मीद के अनुरूप ही लोनिवि की मशीनरी ने बेली ब्रिज में अपेक्षित तेजी दिखाते हुए देर रात तक इसे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है। इसके साथ ही मसूरी रोड के सभी हिस्सों को यातायात के लिए सुचारु कर दिया गया है।
इसके बाद बेली ब्रिज के नीचे वाले भाग से नए सिरे से पुल का निर्माण शुरू किया जाएगा। इसके लिए अभी कार्ययोजना तैयार की जानी शेष है।
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हालांकि, बेली ब्रिज तैयार कर दिए जाने से स्थानीय नागरिकों के साथ ही पर्यटकों ने भी राहत की सांस ली है। क्योंकि, मुख्य मार्ग से आवागमन बाधित हो जाने से तमाम पर्यटक मसूरी क्षेत्र में ही फंसे थे।
