बरसात में उगने वाली सब्जियां: बरसात का मौसम अपने साथ ऐसी परिस्थितियाँ लेकर आता है जो सब्ज़ियों की खेती के लिए फ़ायदेमंद हो सकती हैं या उन्हें चुनौती दे सकती हैं। हालाँकि अत्यधिक नमी फफूंद जनित बीमारियों और जड़ सड़न जैसे जोखिम पैदा कर सकती है, लेकिन कुछ सब्ज़ियाँ ऐसी परिस्थितियों में भी अच्छी तरह पनपती हैं और बरसात के मौसम में कटाई के लिए आदर्श होती हैं।
इस लेख में कुछ ऐसी सब्ज़ियों के बारे में बताया गया है जो न केवल बरसात के मौसम को सहन करती हैं बल्कि उसमें अच्छे स्वभाव से पनपती भी हैं। आइए जाने इनके बारे में;
बरसात में उगने वाली सब्जियां: क्या अच्छा रहता है बारिश में सब्जी उगाना?
बरसात में जहां नमी से कीट-पतंगे और कवक अधिक होते हैं, वहीं पौधों को पर्याप्त जल और उचित तापमान मिलने पर वह जल्दी विकसित हो जाते हैं। अतः बरसात मे सब्जी उगाना आसान हो जाता है। किन्तु आपको यह भी ध्यान रखना होगा की आपको अपनी फसल को खरपतवार के साथ-साथ सड़ने से भी बचाना होगा।
बरसात में बहुत सारी सीज़नल सब्जियों को उगाया जा सकता है, लेकिन जो मुख्य हैं, वह निमलिखित हैं :
हरी सब्ज़ियाँ
वर्षा ऋतु में हरी सब्जियों का उत्पादन अपने चरम पर होता है, कारण पर्याप्त जल और तापमान को माना जा सकता है। इसके साथ ही बरसात में उगने वाली सब्जियां अधिकतर पत्तेदार और हरी सब्जियां होती हैं। जिनमें पालक, राई, मूली, गाजर जैसी सब्जियों को निम्न प्रकार क्रमबद्ध किया जा सकता है।
पालक: नम परिस्थितियों में तेज़ी से बढ़ने के लिए जानी जाने वाली पालक पोषक तत्वों से भरपूर होती है और बरसात के मौसम में अच्छी तरह उगती है।
सलाद: लूज़-लीफ़ और बटरहेड लेट्यूस जैसी किस्में पर्याप्त नमी के साथ तेज़ी से बढ़ती हैं, जिससे सलाद और सैंडविच के लिए ताज़ी सब्ज़ियाँ मिलती हैं।
पत्तेदार सब्ज़ियाँ
गोभी: यह मज़बूत सब्ज़ी ठंडी, गीली परिस्थितियों के लिए अच्छी तरह से अनुकूल है, जिससे यह बरसात के मौसम के बगीचों के लिए एक मुख्य सब्जी बन जाती है।
ब्रोकली: ठंडे, नम मौसम में पनपती है, ब्रोकली को लगातार बारिश से लाभ होता है और यह कोमल फूल पैदा करती है।
जड़ वाली सब्जियाँ
गाजर: पर्याप्त नमी के साथ, गाजर बरसात के मौसम में सीधी और अधिक समान रूप से बढ़ती है, जो व्यंजनों को मीठा कुरकुरापन प्रदान करती है।
मूली: जल्दी बढ़ने वाली और ठंडे मौसम को पसंद करने वाली मूली की खेती करना आसान है और लगातार बारिश के साथ यह तेजी से पकती है।
जड़ी बूटी
धनिया (सिलेंट्रो): बरसात के मौसम के ठंडे तापमान और नियमित नमी का आनंद लेता है, व्यंजनों में ताज़ा स्वाद जोड़ने के लिए एकदम सही है।
पुदीना: नम परिस्थितियों में तेजी से बढ़ता है, जिससे यह चाय और पाक उपयोगों के लिए बरसात के मौसम में कटाई के लिए एक बढ़िया जड़ी बूटी बन जाती है।
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लौकी और स्क्वैश
खीरे: ये बेलें गर्म और नम परिस्थितियों में पनपती हैं, और बरसात के मौसम में भरपूर फल देती हैं।
कद्दू: बरसात के मौसम में खेती के लिए आदर्श, कद्दू अपने फलों को विकसित करने के लिए नमी और ठंडे तापमान की सराहना करते हैं।
मटर और बीन्स
हरी बीन्स: नम मिट्टी हरी बीन्स की तेजी से वृद्धि को प्रोत्साहित करती है, जिससे बरसात के मौसम में लगातार फसल मिलती है।
मटर: नियमित बारिश में स्नैप मटर और शेलिंग मटर दोनों ही अच्छी तरह से उगते हैं, जिससे कोमल फली और मीठे मटर पैदा होते हैं।
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बरसात के मौसम में सफल कटाई के लिए सुझाव:
अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी: सुनिश्चित करें कि क्यारियों में जल निकासी अच्छी हो, ताकि जलभराव को रोका जा सके, जिससे जड़ सड़ सकती है।
मल्चिंग: मिट्टी के तापमान और नमी के स्तर को नियंत्रित करने के लिए जैविक मल्च का उपयोग करें, जिससे बीमारियों को रोकने और नमी को संरक्षित करने में मदद मिलती है।
समय पर कटाई: सब्जियों को समय पर काटें ताकि वे अधिक न पकें या कीटों और बीमारियों के प्रति संवेदनशील न हों।
इन सब्जियों पर ध्यान केंद्रित करके, बागवान बरसात के मौसम में अपनी उपज को अधिकतम कर सकते हैं और अपने बगीचों से सीधे विभिन्न प्रकार की ताज़ी उपज का आनंद ले सकते हैं। चाहे आप एक छोटे से भूखंड या बड़े बगीचे में खेती कर रहे हों, ये फसलें पोषण मूल्य और पाक बहुमुखी प्रतिभा दोनों प्रदान करती हैं, जो उन्हें बरसात के मौसम में रोपण के लिए एकदम सही विकल्प बनाती हैं।