Uttarakhand Cloudburst - राहत और बचाव कार्यों में जुटी सेना, 150 जवान चला रहे अभियान

Uttarakhand Cloudburst - उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन और बादल फटने के बाद पैदा हुए भयावह हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भूस्खलन और बादल फटने के बाद पैदा हुए भयावह हालात से निपटने के लिए भारतीय सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना की सूर्य कमांड (सेंट्रल कमांड) के नेतृत्व में 14 RAJRIF के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन 150 जवानों के साथ राहत और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। इस अभियान में डॉग स्क्वॉड, ड्रोन और अर्थमूविंग उपकरण जैसी आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

मंगलवार से ही सेना की टीमें हर्सिल में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने और उन तक आवश्यक सामग्री पहुँचाने में जुटी हुई हैं। कर्नल हर्षवर्धन खुद इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया है कि सेना हर मुमकिन कोशिश कर रही है ताकि सभी जीवित लोगों को बचाया जा सके।

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बचाव अभियान को गति देने के लिए अतिरिक्त संसाधन

सेना ने अपने X (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में बताया कि राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त सैन्य टुकड़ियों को भी हर्सिल भेजा गया है। इन टुकड़ियों में सेना के ट्रैकर डॉग्स, ड्रोन, लॉजिस्टिक ड्रोन और मलबा हटाने वाले उपकरण शामिल हैं। इसके अलावा, सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री, दवाइयां और फंसे हुए लोगों को निकालने का काम भी किया जा रहा है।

लगातार हो रही बारिश और बढ़ते जल स्तर को देखते हुए स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।

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धराली और सुक्की टॉप में तबाही

मंगलवार को उत्तरकाशी के धराली और सुक्की टॉप में बादल फटने से भारी तबाही मची। इस आपदा में कई घर, दुकानें और सड़कें बह गईं। आशंका है कि अभी भी कई लोग लापता हैं। धराली क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहाँ भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

सरकार और अन्य एजेंसियां भी मैदान में

भारतीय सेना के साथ-साथ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें भी राहत कार्यों में लगी हुई हैं।

उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों के अनुसार, अब तक 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र लगातार जिला मजिस्ट्रेट और एसएसपी के संपर्क में है।

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मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरकाशी में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक की भविष्यवाणी की है। वहीं, टिहरी गढ़वाल, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, देहरादून, ऊधम सिंह नगर, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है।

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