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एनआईओएस डीएलएड |
एनआईओएस डीएलएड की वैधता पर उठ रहे सवालों की जांच के लिए सरकार ने तीन सदस्यीय समीक्षा कमेटी गठित कर दी । शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में बनी यह समिति जांच करेगी कि एनआईओएस डीएलएड करने वाले अभ्यर्थीयों ने टीईटी किसी आधार पर की है। आरोप है कि एनआईओएस से डीएलएड करने वाले ज्यादातर अभ्यर्थी बी•एड• पास थे उन्होंने बी•एड का छुपाते हुए डीएलएड किया है।
संपर्क करने पर शिक्षा सचिव आर मीनाक्षीसुंदरम ने कमेटी बनाने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट के बाद अंतिम निर्णय किया जाएगा।
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि एनआईओएस डीएलएड अभ्यर्थीयों की टीईटी को लेकर कुछ सवाल उठे हैं। बताया गया है कि कई एनआईओएस डीएलएड अभ्यर्थियों ने टीईटी बीएड के आधार पर की है। इसके बाद डीएलएड किया जबकि मानक के अनुसार बीएड अभ्यर्थियों के लिए डीएलएड मान्य नहीं था उन्हें केवल छह महीने का ब्रिज कोर्स करना था यदि बीएड वालों के बीएड के आधार पर भर्ती में शामिल किया जाता है तो विधिवत बीएड टीईटी करने वाले अभ्यर्थियों के हित प्रभावित होंगे।
मालूम हो कि एनसीटीई से एनआईओएस डीएलएड को मान्यता देने के आदेश के बाद राज्य ने भी उन्हें वर्तमान बेसिक शिक्षक भर्ती में शामिल होने को अनुमति दे दी इस बीच डायट डीएलएड और बीएड टीईटी बेरोजगारों ने सरकार को कुछ प्रमाण सौंपा है इनके अनुसार एनआईओएस से डीएलएड करने वालों में कई लोगों ने तथ्यों को छिपाया है ।
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