ADI KAILASH YATRA: वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा आदि कैलाश, ये है सरकार का दावा..

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ADI KAILASH YATRA: वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा आदि कैलाश, ये है सरकार का दावा..

ADI KAILASH YATRA
: प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद, आदि कैलाश क्षेत्र वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस क्षेत्र में पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने के राज्य सरकार के प्रयासों की जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्टूबर 2023 को आदि कैलाश का दौरा किया, जहाँ उन्होंने पवित्र परवतिकुंड में श्रद्धा अर्पित की, स्थानीय लोगों से मुलाकात की और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों से भी बातचीत की।

प्रधानमंत्री मोदी का दौरा और श्रद्धा

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान उन्होंने आदि कैलाश में पूजा अर्चना की और वहाँ के धार्मिक महत्व को महसूस किया। इसके बाद उन्होंने पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव में स्थानीय लोगों से बातचीत की और वृद्धजनों का आशीर्वाद लिया। 

पीएम मोदी ने अपने व्यस्त शेड्यूल में से समय निकालकर यह यात्रा की और वहां तैनात ITBP जवानों से भी मुलाकात की।

नई सुविधाओं के प्रभाव पर पर्यटकों की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री धामी ने एक वीडियो साझा किया जिसमें पीएम मोदी की पूजा के दृश्य थे, साथ ही क्षेत्र में उपलब्ध पर्यटन सुविधाओं की सराहना करते हुए पर्यटकों की प्रतिक्रियाएँ भी थीं। एक पर्यटक ने कहा, “यह काम वाकई अच्छा है, हम यहाँ काफी आनंदित हैं।” 

एक अन्य पर्यटक ने बताया, “यहाँ की सड़कें अच्छी हैं, अब अन्य लोग भी इस क्षेत्र को देखने आना चाहते हैं।” कुछ पर्यटकों ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद इस क्षेत्र में कई नई सुविधाएँ शुरू की गई हैं, जिससे उनका यात्रा अनुभव बेहतर हुआ है।

आदि कैलाश का धार्मिक और भौगोलिक महत्व

आदि कैलाश को तिब्बत के कैलाश पर्वत का “प्रति” माना जाता है और यह हिन्दू, जैन, बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यधिक पवित्र स्थल है। 

यहाँ के पार्वती झील और गौरी कुंड जैसे स्थल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं। आदि कैलाश का धार्मिक महत्व पुराणों और धार्मिक संदर्भों में भी व्यापक रूप से उल्लेखित है।

यह क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग मार्गों के लिए भी प्रसिद्ध है, जो साहसिक पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।

आध्यात्मिक वातावरण और पर्यटकों के लिए सुविधाएँ

आदि कैलाश क्षेत्र में हर वर्ष कई तीर्थयात्री आते हैं, और यहाँ स्थित शिव मंदिर और पार्वती सरोवर का भी विशेष धार्मिक महत्व है। क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक माहौल ने इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना दिया है।

इस क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद, सरकार द्वारा पर्यटन सुविधाओं में सुधार की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं, ताकि यहाँ आने वाले पर्यटकों का अनुभव और भी बेहतर हो सके।

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