मोरी, उत्तराखंड: मोरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के साथ ही हिमाचल प्रदेश के पांच गांवों के ग्रामीणों को भी धौला-सेवा-डोडरा क्वार मोटर मार्ग का निर्माण न होने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा चार बार इस सड़क की घोषणा किए जाने के बावजूद अब तक काम शुरू नहीं होने से स्थानीय लोगों में गहरा रोष है।
मोरी प्रखंड की फतेपर्वत पट्टी के बरी, पिसा, दांताधार, तुगोला, सेवा और दोगरी गांव आज भी सड़क कनेक्टिविटी से पूरी तरह कटे हुए हैं। इन गांवों के ग्रामीणों को धौला में सड़क मार्ग तक पहुँचने के लिए 5 से 15 किलोमीटर की दुर्गम पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जब सड़क अवरुद्ध हो जाती है और ग्रामीणों को सेवा-बरी होते हुए पैदल आवाजाही करनी पड़ती है।
आजीविका पर असर और खेती-बागवानी की चुनौतियां
धौला निवासी पूर्व प्रधान थंपी सिंह ने बताया कि क्षेत्र में सेब और राजमा जैसी नकदी फसलों के उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन सड़क से अधिक दूरी होने के कारण ढुलाई का भाड़ा लागत से भी ज़्यादा हो जाता है। यही वजह है कि ग्रामीण खेती और बागवानी को अपनी आजीविका का मुख्य जरिया नहीं बना पा रहे हैं। क्वार गांव के पूर्व प्रधान शंकर सिंह चौहान ने बताया कि पड़ोसी चिड़गांव-डोडरा क्वार मोटर मार्ग भी आजकल भारी बर्फबारी से अवरुद्ध है, जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
अधिकारी बोले: जल्द शुरू होगा काम
इस संबंध में लोनिवि पुरोला के अधिशासी अभियंता (ईई) धीरेंद्र कुमार ने बताया कि धौला-सेवा 19 किलोमीटर मोटर मार्ग के प्रथम चरण की स्वीकृति शासन से मिल चुकी है। सड़क के सर्वे का काम पूरा हो गया है और वन एवं राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त निरीक्षण कर पत्रावली तैयार की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद शीघ्र ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
हालांकि, मुख्यमंत्री की बार-बार घोषणाओं के बावजूद काम शुरू न होने से ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे रहा है। देखना होगा कि कब तक इस महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो पाता है और मोरी क्षेत्र के इन गांवों को सड़क कनेक्टिविटी का लाभ मिल पाता है।