
देहरादून, उत्तराखंड: उत्तराखंड सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए भारतीय सेना के हालिया सैन्य अभियान 'ऑपरेशन सिंदूर' को राज्य के मदरसों के पाठ्यक्रम में शामिल करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लिए गए इस फैसले का मुख्य उद्देश्य मदरसे के छात्रों में राष्ट्रवाद, सैन्य पराक्रम और राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। इस पहल से राज्य के लगभग 451 पंजीकृत मदरसों में पढ़ने वाले 50,000 छात्रों को लाभ मिलेगा, जहां अब 'ऑपरेशन सिंदूर' एक अध्याय के रूप में पढ़ाया जाएगा।
'ऑपरेशन सिंदूर' क्या है और क्यों है यह इतना महत्वपूर्ण?
'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त करने का एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान था। यह कार्रवाई विशेष रूप से पुलवामा के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें भारतीय नागरिकों की जान गई थी।
इस ऑपरेशन ने भारत की सैन्य क्षमता और आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति को प्रदर्शित किया।
पाठ्यक्रम में शामिल करने की प्रक्रिया और उद्देश्य
उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' को औपचारिक रूप से पाठ्यक्रम में शामिल करने की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए जल्द ही एक पाठ्यक्रम समिति की बैठक बुलाई जाएगी।
उनका मानना है कि छात्रों के लिए इस सैन्य अभियान के पीछे के कारणों और इसकी आवश्यकता को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह कदम छात्रों को देश की सुरक्षा चुनौतियों और सेना के बलिदान से अवगत कराएगा।
पहलगाम हमला और कुरान की शिक्षाएं: मदरसा बोर्ड का रुख
मुफ्ती शमून कासमी ने पाकिस्तान द्वारा भारत पर किए गए हमलों और पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इन कृत्यों को कुरान की शिक्षाओं के विरुद्ध बताया है, जो शांति और न्याय का संदेश देती हैं। कासमी ने ऐसे कृत्यों का दृढ़ता से जवाब देने की आवश्यकता पर बल दिया।
उनका यह बयान मदरसों को मुख्यधारा से जोड़ने और उनमें देशभक्ति की भावना को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों को दर्शाता है।
मदरसों का मुख्यधारा से जुड़ाव: आधुनिक शिक्षा की ओर एक कदम
राज्य सरकार मदरसों को मुख्यधारा की शिक्षा प्रणाली से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। पहले ही राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) का पाठ्यक्रम मदरसों में लागू किया जा चुका है, जो छात्रों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ पारंपरिक धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने का अवसर दे रहा है।
'ऑपरेशन सिंदूर' को पाठ्यक्रम में शामिल करना इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों को राष्ट्रीय घटनाओं और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों की समझ विकसित करने में मदद करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब
पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना ने 7-8 मई की रात को PoK में नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इस कार्रवाई से दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ गया था। भारतीय कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया था, लेकिन भारतीय सेना ने उनके इस प्रयास को सफलतापूर्वक विफल कर दिया।
यह ऑपरेशन भारतीय सेना की त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च सैन्य कौशल का एक प्रमाण है।
राष्ट्रीय गौरव और शिक्षा का संगम
उत्तराखंड सरकार का यह निर्णय मदरसों में शिक्षा के दायरे को व्यापक बनाने और छात्रों में राष्ट्रीय गौरव की भावना को विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे वास्तविक सैन्य अभियानों को पाठ्यक्रम में शामिल करके, सरकार न केवल छात्रों को देश के इतिहास और सुरक्षा चुनौतियों से अवगत करा रही है, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार करने में भी मदद कर रही है। यह कदम शिक्षा के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने के सरकार के संकल्प को दर्शाता है।
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