भारत-चीन बार्डर की सड़कें उत्तराखंड में दो हफ्ते से बंद, खराब मौसम मार्ग खोलने में बना रोड़ा  

Ankit Mamgain


 उत्तराखंड में चीन सीमा को जोड़ने वाले चमोली जिले में नीति-मलारी और पिथौरागढ़ जिले में धारचूला-लिपूलेख मार्ग बारिश और भूस्खलन के कारण दो हफ्ते से आवाजाही के लिए ठप हैं। सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों के अलावा सीमांत के लोगों को सड़कें बंद होने से भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।  चमोली जिले में नीति मलारी घाटी के 14 से अधिक गांवों की लाइफ लाइन और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़क पिछले 15 दिनों से बंद है। सरहदी गांवों में बिजली की आपूर्ति भी ठप है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि नीति-मलारी मार्ग रैणी में बंद है। बीआरओ युद्ध स्तर पर मार्ग खोलने पर जुटा हुआ है, लेकिन खराब मौसम सड़कें खोलने में रोड़ा बना हुआ है। सड़कें बंद होने से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। 


 उधर, कुमाऊं मंडल में धारचूला लिपूलेख मार्ग भी पिछले 16 दिनों से बंद है। चीन सीमा को जोड़ने वाला यह मार्ग क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बलों और जनताजीय गांवों के लिए बेहद अहम है। भारत चीन सीमा को जोड़ने वाली मुनस्यारी मिलम सड़क पर भी 6 दिन से यातायात ठप है। पूरे राज्य में 113 सड़कें बंद होने से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन सड़क खोलने की कोशिश ताे कर रहा है लेकिन मौसम साथ नहीं दे रहा है। ऐसे में सुदूर क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। बिजली आपूर्ति ठप होने से भी ग्रामीण परेशान हैं, जबकि पेयजल के लिए उन्हें कई-कई किलोमीटर चलना पड़ता है।  



अल्मोड़ा  जिले में बंद ग्रामीण मोटर मार्गों को खोलने की कवायद शुरू

बारिश के बाद मलबा आने से बंद अल्मोड़ा-घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात पूरी तरह से सुचारु हो गया है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। अब ग्रामीण क्षेत्रों में बंद मोटर मार्गों को खोलने की कयावद शुरू हो गई है। पिछले पांच दिनों से चार ग्रामीण क्षेत्रों के मोटर मार्ग बंद है। गौरतलब है कि बीते दिनों जिलेभर में लगातार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया था। वहीं मूसलाधार बारिश से कई राष्ट्रीय राज मार्ग समेत ग्रामीण क्षेत्रों के मोटर मार्ग मलबा आने से बंद हो गये थे। तेज बारिश के चलते अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में मकड़ाऊ के पास भूस्खलन से बंद हो गया था। जिसे विभाग की ओर से जेसीबी मशीन लगातार पूरी तरह से यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है। हालांकि अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों के चार मोटर मार्ग जिनमें आटी हनुमान मंदिर, मोरनौला-जैंती मोटर मार्ग, चकरगांव घूघूती मोटर मार्ग, तलेट बैंड से बिलखोला मोटर मार्ग बंद है। जिन्हें खोलने को लेकर विभाग कयावद कर रहा है। विभाग के अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के चारों मोटर मार्ग में मार्ग खोलने को लेकर कार्य पूरा हो गया है। गुरुवार शाम तक उक्त चारों मोटर मार्गों को यातायात के लिए पूरी तरह से सुचारू कर दिया जाएगा।

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