
उत्तराखंड में तीरथ सरकार ने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे कर लिए हैं। इन 100 दिनों की सबसे बड़ी चुनौती राज्य को कोविड संक्रमण से मुक्त करना था, जिसमें सरकार काफी हद तक सफल रही है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने इन 100 दिनों में कोविड महामारी के प्रभाव को कम करने, पीड़ितों को बेहतर इलाज और आवश्यक सहायता सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी की। उन्होंने लगभग सभी जिलों में स्थापित कोविड केयर सेंटरों, अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि
उत्तराखंड सरकार ने अपने 100 दिनों के कार्यकाल में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से वृद्धि की है। कोविड संक्रमितों को बेड की कमी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए डीआरडीओ के माध्यम से हल्द्वानी और ऋषिकेश में 500-500 बेड के कोविड केयर सेंटर तैयार किए गए। इसके साथ ही, प्रदेश के अन्य अस्पतालों में भी व्यवस्थाएं दुरुस्त की गईं। उत्तराखंड के अस्पतालों में ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, जहां केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई ऑक्सीजन एक्सप्रेस से राज्य सरकार ने ऑक्सीजन मंगवाई, वहीं तीरथ सरकार ने प्रदेश के कई स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की।
ऑक्सीजन प्रबंधन
गढ़वाल मंडल में 50 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन रिजर्व में रखी गई है, जबकि कुमाऊं मंडल में 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रिजर्व कोटे में है। इसके अलावा, 22 अस्पतालों में छोटे ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा चुके हैं, जबकि 15 नए स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट का प्रस्ताव तैयार हो गया है। हर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाए जा रहे हैं।
प्रदेश के सभी 13 जिलों को अलग-अलग स्थानों पर ऑक्सीजन सप्लाई के लिए फिलिंग प्वाइंट आवंटित किए गए हैं, जिनके जरिए रोजाना 167 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन और आपूर्ति राज्य में हो रही है। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार ने दूसरे राज्यों से 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की है। पिछले केवल एक महीने में, सभी जगह सुविधाएं दस गुना बढ़ गई हैं:
- ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड: मार्च 2020 में 673 थे, अब बढ़कर 6000 हो गए हैं।
- आईसीयू बेड: 216 थे, अब बढ़कर 1495 हो गए हैं।
- वेंटिलेटर: 116 थे, अब 983 हो गए हैं।
- ऑक्सीजन सिलेंडर: 1193 थे, अब 10,000 से अधिक हो गए हैं।
- कंसन्ट्रेटर: 275 थे, अब बढ़कर 3400 से अधिक हो गए हैं।
डिजिटल स्वास्थ्य पहल और टीकाकरण
तीरथ सरकार के कार्यकाल में अब तक ई-संजीवनी के तहत 26,900 टेलीकम्युनिकेशन किए गए हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ाने का प्रयास जारी है। इसी प्रकार, 104 हेल्पलाइन पर 1 लाख 10 हजार से अधिक कॉल अटेंड किए गए हैं, और कोविड-19 की वेबसाइट पर भी आज 9 लाख से अधिक विजिटर हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के सभी लोगों को निःशुल्क टीका लगाया जा रहा है, जिनकी आबादी लगभग 50 लाख है।
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