Uttarakhand Hindi News Bureau: देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र का दूसरा दिन आज, मंगलवार को हंगामेदार रहने वाला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, जो वित्त मंत्री का प्रभार भी संभाल रहे हैं, आज सदन में 5300 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसके साथ ही, सरकार छह अन्य महत्वपूर्ण विधेयक भी सदन के पटल पर रखेगी।
अनुपूरक बजट और अन्य विधेयक
सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में मंगलवार के लिए सदन का एजेंडा तय किया गया। उत्तराखंड विनियोग (2021-22 का अनुपूरक) विधेयक 2021 के अलावा, सरकार छह और विधेयक पेश करेगी। इनमें आईएमएस यूनिसन विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, डीआईटी विश्वविद्यालय संशोधन (विधेयक), उत्तराखंड माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, उत्तराखंड पौधशाला (विनियमन) संशोधन विधेयक, और उत्तराखंड नगर निकायों एवं प्राधिकरणों के लिए विशेष प्राविधान संशोधन विधेयक शामिल हैं।
गौरतलब है कि 16 अगस्त को हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में अनुपूरक बजट के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी, और कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को इसमें आवश्यक संशोधन करने का अधिकार भी दे दिया था।
विपक्ष की रणनीति: कोविड जांच फर्जीवाड़ा और अन्य मुद्दे
विधानसभा सत्र के दूसरे दिन विपक्ष, कुंभ मेला में हुए कोविड जांच फर्जीवाड़े के मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने साफ किया है कि विपक्ष के पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि खुद मुख्य सचिव ने 29 विषयों की सूची बनाई है, जिन पर विपक्ष सवाल उठा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को विपक्ष कार्यस्थगन प्रस्ताव के माध्यम से नए जिलों के गठन, जाति प्रमाण पत्र, देवस्थानम बोर्ड, लोकायुक्त, भू-कानून सहित कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने का प्रयास करेगा।
प्रीतम सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "हम सरकार से पूछेंगे कि भाजपा सरकार में 100 दिन में आने वाला लोकायुक्त कहां गया? हरिद्वार में कोरोना जांच के नाम पर फर्जीवाड़ा, किसान आंदोलन, और महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर भी सरकार को जवाब देना होगा।" उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मुद्दों को टालने के लिए समितियां बना देती है, जबकि निर्णय सदन में ही लेने होते हैं।
अध्यक्ष की अपेक्षा: होमवर्क करके आएं मंत्री
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रदेश सरकार के मंत्रियों से अपेक्षा की है कि वे सत्र के दौरान पूरा होमवर्क करके सदन में आएं। उन्होंने कहा कि सदस्यों के अनुपूरक प्रश्नों के संतोषजनक जवाब होने चाहिए ताकि सदस्यों को संतुष्टि मिल सके। स्पीकर ने आशा व्यक्त की कि अनुभवी मंत्री सदन की कार्यवाही को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग करेंगे। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि प्रश्नकाल के दौरान किसी भी तरह का व्यवधान प्रदेश और प्रदेशवासियों के लिए ठीक नहीं है।
सतत विकास लक्ष्यों पर एक दिन की चर्चा
स्पीकर ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान पूरा एक दिन सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा के लिए समर्पित रहेगा। सत्र की समाप्ति के अगले दिन केवल सतत विकास लक्ष्य के प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस विधायक का धरना: कनेक्टिविटी की समस्या पर आक्रोश
पिथौरागढ़ जिले के धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी मंगलवार को विधानसभा में धरने पर बैठेंगे। उनकी नाराजगी सीमांत क्षेत्र में कनेक्टिविटी की समस्या को लेकर है। समकोट में एक साल पहले बीएसएनएल के माध्यम से मोबाइल टावर लगाया गया था, लेकिन अभी तक उसे चालू नहीं किया गया है। धामी ने कहा कि समकोट, तल्ला जौहार, सुलनाली समेत 10 गांवों के लोग सिंगल न होने से कनेक्टिविटी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने सरकार पर इस मामले में गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया।
क्या आज का दिन उत्तराखंड विधानसभा में सियासी गरमाहट लेकर आएगा, और क्या सरकार विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब दे पाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा।