Coronavirus test in Dehradun, Uttarakhand/ Amar Ujala
उत्तराखंड हिंदी न्यूज़ ब्यूरो , देहरादून | राजधानी दून में प्रशासन और पुलिस के इंतजाम कोरोना से निपटने में नाकाफी साबित हो रहे हैं। रोजाना बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ अधिकारियों के प्रयासों पर पानी फेर रहा है। वहीं, जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव के अनुसार बुधवार को कुछ पुरानी एंट्री भी दर्ज की गईं हैं, जिसके कारण संख्या 500 के पार पहुंच गई।
लोगों को कोरोना से बचाने के लिए प्रशासन की ओर से सख्ती भी बढ़ा दी गई है। बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर प्रशासन व पुलिस अधिकारी लोगों को कोरोना सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही मास्क का प्रयोग और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।
उसके बावजूद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। पिछले तीन-चार दिनों के भीतर ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दोगुना हो गया है।
बुधवार को जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सभी उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई और नियमित तौर पर सैनिटाइजेशन व फॉगिंग के निर्देश दिए। उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर-बैनर व होर्डिंग लगाने के निर्देश दिए।
Coronavirus In Uttarakhand: जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश
उन्होंने सीएमओ को होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य की नियमित जानकारी लेने और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गैस सिलिंडर, मिठाई के डिब्बे, पैकेट, रैपर, लिफाफे, कपड़े की पॉलिथीन पर कोविड संक्रमण से सम्बन्धित जागरूकता सन्देश छपवाने व चिपकाने को कहा।
Coronavirus In Uttarakhand: दून स्कूल में बनाया कंटेनमेंट जोन
जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दून स्कूल में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। उन्होंने बताया कि परिसर के उस हिस्से को ही कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, जहां संक्रमित टीचर और बच्चे मिले हैं। उन्होंने बताया कि अन्य शिक्षकों व छात्रों को सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया है।
उन्होंने बताया कि परिसर और आसपास के इलाकों में साफ सफाई रखने और नियमित सैनिटाइजेशन के निर्देश दिए। इसके अलावा मोहिनी रोड डालनवाला, बंजारावाला माफी, जीएमएस रोड और इंदिरा नगर कांवली में भी एक-एक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
Coronavirus In Uttarakhand: अस्पतालों में भी नहीं हो रहा पालन
कोविड सुरक्षा नियमों का पालन सार्वजनिक स्थलों और बाजारों ही नहीं अस्पतालों में भी नहीं हो रहा है। राजधानी के प्रमुख अस्पताल गांधी शताब्दी, कोरोनेशन, रायपुर और प्रेमनगर में लोग सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा कई लोग मास्क का इस्तेमाल भी नहीं कर रहे हैं। लोगों पर सख्ती का भी असर नहीं हो रहा है और वो पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं।